**वन विभाग द्वारा वेटलैंड संरक्षण एवं संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन**
रामानुजगंज परिक्षेत्र के वन वाटिका में वन विभाग द्वारा वेटलैंड (आर्द्रभूमि) का संरक्षण एवं संवर्धन का एक विशेष आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ भारत के कार्यकर्ता, स्थानीय सरपंच, और कन्या हाई स्कूल की छात्राओं ने भाग लिया।
**कार्यक्रम में वन विभाग का योगदान**
इस आयोजन के दौरान वन विभाग के उपवन मंडल अधिकारी, अनिल कुमार पैकरा ने उपस्थित छात्राओं और अन्य जनप्रतिनिधि को वेटलैंड के संरक्षण की महत्ता और इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वेटलैंड दो प्रकार के होते हैं – प्राकृतिक वेटलैंड और मानव निर्मित वेटलैंड।
**वेटलैंड संरक्षण की जानकारी**
अनिल कुमार पैकरा ने बताया कि वेटलैंड पर्यावरण के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। ये जल संरक्षण, बाढ़ नियंत्रण, और जैव विविधता के लिए आवश्यक हैं। वेटलैंड्स में पाए जाने वाले पौधे और जीव-जंतु भी पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो इसे संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं।
**आयोजन का उद्देश्य**
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्राओं और स्थानीय लोगों को वेटलैंड की महत्ता और इसके संरक्षण के तरीकों के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में छात्राओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और वेटलैंड के संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
**स्थानीय सहभागिता**
कार्यक्रम में कन्या हाई स्कूल की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि आने वाली पीढ़ी भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक और समर्पित है। सरपंच और अन्य स्थानीय नेताओं ने भी कार्यक्रम की सराहना की और वेटलैंड संरक्षण में सहयोग का वादा किया।
इस प्रकार के आयोजनों से न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ती है, बल्कि समाज को एकजुट होकर पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित भी करती है।