एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह अब संभालेंगे बलरामपुर की कमान बेहतर पुलिसिंग पर रहेगा ध्यान
एसपी डॉक्टर लाल उमेद सिंह एक सुलझे हुए और स्थानीय होने के नाते एक अच्छा तालमेल बैठाकर काम करते हैं
एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह वर्ष 1996 बैच के पीएससी पासआउट डीएसपी हैं। शुरुआती दिनों में बस्तर में तैनाती हुई। इस दौरान उन्होंने 4 नक्सलियों को मार गिराया था। 2006 से लेकर 2015 तक एएसपी पद पर पद्दोन्नत होकर रायगढ़, कोरबा, रायपुर, दुर्ग कबीरधाम जैसे क्षेत्र में शांति व्यवस्था को लेकर काम किया। इसी प्रकार वर्ष 2015 से 2017 तक पीएचक्यू में इंटेलिजेंस विंग में मैं रहे हैं
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत 13 सौ से अधिक युवाओं को निःशुल्क ट्रेनिंग देकर पूरे राज्य में कबीरधाम जिले को पहचान दी। वही एक साल के भीतर 2 नक्सलियों को मार गिराया है। बेहतर कार्य को लेकर उन्हें आईपीएस अवॉर्ड दिया गया है।
एसपी डॉ.लाल उमेंद सिंह को छत्तीसगढ़ पुलिस सर्विस(सीपीएस) से इंडियन पुलिस सर्विस(आईपीएस) के लिए प्रमोशन दिया गया है। एसपी डॉ.लाल उमेंद सिंह द्वारा अपने कर्मचारियों के सेरेमनी कार्यक्रम में परिजन द्वारा पद्दोन्नति की प्रक्रिया को पूरी करने विशेष तौर पर बुलाया जाता था और परिजन द्वारा कंधे पर बैच या स्टार लगाकर प्रक्रिया को पूरी किया जाता है। इसी कड़ी में एसपी डॉ.लाल उमेंद सिंह के कंधे में सीपीएस बैच को हटाकर आईपीएस बैच लगाया गया। बेच एसपी की पत्नी भावना सिंह, बेटे कुनाल सिंह, बेटी जित्या सिंह ने लगाया
चुनावी वर्ष होते हुए छत्तीसगढ़ शासन में डॉ लाल उमेद सिंह पर विश्वास जताया है और बलरामपुर जिले में भेजा है क्योंकि लगातार बलरामपुर एसपी मोहित गर्ग और स्थानीय विधायक बृहस्पत सिंह में कड़वाहट बढ़ते जा रहे थे छत्तीसगढ़ शासन शासन ने स्थानीय एसपी डॉ लाल उमेद सिंह पर विश्वास जताया है एक अच्छी पुलिसिंग इनका रिकॉर्ड रहा है इसको देखते हुए बलरामपुर जिले की कमान जो छत्तीसगढ़ की आखिरी छोर पर है उसे संभालने को दिया है अब देखना यह होगा कि डॉ लाल उमेद सिंह छत्तीसगढ़ शासन और स्थानीय विधायक की उम्मीदों पर कितना खरा उतरते हैं