राजपुर। लघु वनोपज प्रबंधक संघ के उपप्रांताध्यक्ष सुरेश सोनी ने अपने वक्तव्य में बताया कि कांग्रेस ने सरकार में आने से पूर्व 2018 में अपनी बनाए गए जन घोषणा पत्र में प्रमुखता से छत्तीसगढ़ के समस्त लघु वनोपज प्रबंधकों को नियमितीकरण करते हुए तृतीय वर्ग कर्मचारी का दर्जा देने संबंधी बात उल्लेखित करते हुए आश्वासन दिया था लेकिन आज छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बने लगभग 3 वर्ष से अधिक का समय बीत गया है परंतु आज दिनांक तक सरकार की ओर से लघु वनोपज संघ के प्रबंधकों को अपने जन घोषणा पत्र में किए वादे नियमितीकरण व तृतीय वर्ग कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है। सरकार की इसी वादे को स्मरण कराने और अपनी मांगो को लेकर प्रदेश स्तर के संघ के द्वारा दिनांक 1 जनवरी 2022 से तेंदूपत्ता खरीदी संबंधी कार्यों को छोड़कर अन्य 56 प्रकार की वन धन कार्य का पूरी तरह से बहिष्कार किया है।
प्रदेश और जिले में लघु वनोपज प्रबंधक संघ ने विगत 13 दिवस से वनोपज संबंधी 56 प्रकार की वन धन कार्य का बहिष्कार कर रही है।प्रबंधकों का मानना है कि पूर्व में हमें लगभग तीन चार प्रकार की वन धन की खरीदी करना होता था और कांग्रेस सरकार के द्वारा 56 प्रकार की वन धन की खरीदी करना पड़ रहा है। आज छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा लगातार हमारे कार्यों में वृद्धि किया जा रहा है लेकिन हमारे मानदेय के ऊपर किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की जा रही है जिससे आज हमारे परिवार के भरण-पोषण में बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।प्रबंधक संघ ने सरकार से अपील करते हुए कहा है कि सरकार अपने किए वादे और हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करे जिससे विभाग के कारण प्रभावित ना हो।अगर हमारी मांगों को सरकार पूर्ण नहीं करती है तो हम अनिश्चित काल तक अपनी मांगों को लेकर चलाए जा रहे बहिष्कार अभियान को निरंतर जारी रखने को विवश होंगे। प्रबंधकों को 10 जनवरी 2022 को विभाग के द्वारा कार्यों में लापरवाही करने संबंधी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है जिसके लिए आज सभी प्रबंधकों के द्वारा विभाग को ज्ञापन के माध्यम से जवाब देकर कार्यों के संबंध में जवाब दिया गया है। उनका कहना है कि इस बहिष्कार आंदोलन में तेंदूपत्ता संबंधित सभी कार्य सुचारू रूप से किए जा रहे हैं फिर भी विभाग हमें कारण बताओ नोटिस जारी कर दबाव डालने का प्रयास कर रही है।ज्ञापन सौपने के दौरान राजपुर समिति के प्रबंधक सुरेश सोनी,परसागुड़ी प्रबंधक संजय यादव,बांसेन प्रबंधक हरिशंकर सिंह उपस्थित थे।