छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की उड़ान, मनेन्द्रगढ़ में हेल्थकेयर ड्रोन डिलीवरी का हुआ सफल परीक्षण…
एमसीबी । मनेन्द्रगढ़ में हेल्थकेयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क का सफल परीक्षण किया गया . इस मौके पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने ड्रोन रिमोड का बटन दबाकर ड्रोन को उड़ाया. परीक्षण के लिए पहली बार मनेन्द्रगढ़ से चिरमिरी ड्रोन को भेजा गया. इसमें मनेन्द्रगढ़ से लगभग दो किलो दवाईयां चिरमिरी भेजी गई. वहीं चिरमिरी से ब्लड सेम्पल मनेन्द्रगढ़ लाया गया इस तरह ड्रोन ने लगभग 55 किलोमीटर का सफर सिर्फ आधे घंटे में पूरा किया गया।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने घोषणा की है कि राज्य में हेल्थकेयर ड्रोन डिलीवरी नेटवर्क का सफल परीक्षण किया गया है। यह तकनीक विशेष रूप से पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और तेज़ बनाने के लिए विकसित की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि नॉर्थ-ईस्ट, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी इस तकनीक का उपयोग शुरू किया गया है। इस ड्रोन नेटवर्क की मदद से ब्लड सैंपल और आवश्यक दवाइयां उन इलाकों में समय पर पहुंचाई जा सकेंगी, जहां सड़क कनेक्टिविटी या ट्रैफिक की समस्याएं बाधा बनती हैं।
मनेंद्रगढ़ से चिरमिरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) तक ड्रोन के जरिए दवाइयां भेजी गईं। वहां से ब्लड सैंपल को कलेक्ट कर वापस मनेंद्रगढ़ लाया गया। यह प्रक्रिया महज 15-15 मिनट में पूरी हुई। मंत्री जायसवाल ने बताया कि इस तकनीक से अब ब्लड सैंपल सुबह भेजे जा सकते हैं और उनकी रिपोर्ट 1-2 घंटे के भीतर ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा सकती है। इससे मरीजों को त्वरित इलाज देने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने इसे ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों के लिए वरदान बताया। उन्होंने कहा कि परीक्षण की सफलता के बाद यह प्रणाली पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी। खासकर उन इलाकों में जहां सड़क कनेक्टिविटी और ट्रैफिक की समस्याएं हैं। इससे राज्य के अस्पतालों को प्रमुख चिकित्सा केंद्रों से जोड़ा जाएगा, जिससे आपातकालीन सेवाओं में सुधार होगा और जीवन रक्षक दवाइयां समय पर पहुंचाई जा सकेंगी