राजपुर -बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत करंजी में कल आरईएस विभाग के छह अधिकारियों के साथ बंधक बनाकर मारपीट की गई और इस मामले ने काफी तूल पकड़ा लेकिन किसी अधिकारी ने अपने साथ हुए मारपीट की रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं कराई। आखिर रिपोर्ट दर्ज कराने से क्यों डरते हैं अधिकारी पढ़िए यह खबर।
सर मैं अभी रिपोर्ट दर्ज करा दूंगा बाद में राजनीतिक दबाव बहुत आएगा और सब शांत हो जाएगा इसलिए मैं रिपोर्ट दर्ज नहीं कराना चाहता हूं मैं इनके साथ में हूं यह रिपोर्ट दर्ज करायें तो मैं साथ में रहूंगा,,,, यह बयान है शंकरगढ़ में पदस्थ आरईएस के एसडीओ जेआर सोनवानी का है, कल जब अधिकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया तो जिला प्रशासन की टीम ने भी संज्ञान लिया राजपुर के एसडीएम और तहसीलदार भी राजपुर के थाने में पहुंचे और पिटाई खाए हुए अधिकारियों से रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा लेकिन किसी ने भी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराया और जब अधिकारियों से पूछा गया कि वह रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज कराना चाहते हैं तो उनका बयान यही था। एसडीएम और तहसीलदार बार-बार कहते रहे कि अगर आप रिपोर्ट दर्ज नहीं कराएंगे तो हम भी कुछ नहीं कर सकते।
अधिकारी के इस बयान ने चारों तरफ खलबली मचा दी है और इतने बड़े मामले के बाद जो बात सामने आई है उससे सभी हैरान हैं कि खुद को न्याय पाने के लिए भी अगर रिपोर्ट दर्ज कराया जाता है तो भी राजनीति के दबाव में अधिकारी हमेशा चुप ही रहते हैं।