बलरामपुर न्यूज़ डेस्क – जिले के एकमात्र नगरपालिका जिस पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है लेकिन अब यहां नैया डगमगाने लगी है उपाध्यक्ष समेत 14 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया है। अविश्वास प्रस्ताव लगाए जाने के बाद सभी पार्षद नजर बंद हो गए हैं और भाजपा और कांग्रेस ने इसमें अपने-अपने दावे किए हैं।
नगर पालिका बलरामपुर में कांग्रेस के गोविंद राम अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी कांग्रेस के ही नवीन गुप्ता है। नगर पालिका क्षेत्र में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाया था लेकिन ढाई सालों के बाद ही यहां अनबन और फूट उजागर हो गई है कांग्रेस के उपाध्यक्ष समेत दस पार्षद व भाजपा के चार पार्षद समेत कुल 14 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है।
पार्षद विनय यादव ने बताया कि शहर में विकास के कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं नाली जाम है साफ-सफाई का कोई भी काम नहीं हो रहा है जिससे सभी पार्षद नाराज हैं इसी कारण से अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया है। उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल को इस पर सुनवाई होगी जिसका सभी इंतजार कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगने के बाद भाजपा और कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने अपने-अपने दावे किए हैं भाजपा के जिलाध्यक्ष का कहना है कि यह पार्षदों का अपना मत है उसमें भाजपा समर्थित पार्षदों ने पार्टी से कोई सहमति नहीं ली है लेकिन उनका कहना है कि मौका मिलेगा तुम्हें अपना अध्यक्ष जरूर बनाएंगे वहीं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह लोकल राजनीति है इस पर कुछ भी कहना ठीक नहीं है लेकिन वह जरूर कह रहे हैं कि कोई भी सीट बड़ी मुश्किल से मिलती है इसलिए वह इसे बचाने का प्रयास जरूर करेंगे।