बलरामपुर में हिरासत में एनएचएम कर्मी की संदिग्ध मौत: आठ पुलिसकर्मी लाइन अटैच, परिजनों ने लगाए मारपीट के गंभीर आरोप
बलरामपुर के कोतवाली थाने में एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मी गुरुचंद मंडल की हिरासत में संदिग्ध मृत्यु के मामले में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर रमनलाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली थाने में तैनात आठ पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। इससे पहले इस मामले में थाना प्रभारी और एक अन्य आरक्षक को भी निलंबित किया जा चुका है।
गुरुवार की दोपहर को पुलिस ने बताया की कोतवाली थाना के बाथरूम में गुरुचंद मंडल फांसी के फंदे पर लटक कर आत्म हत्या कर लिया हे, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इस घटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और मृतक के परिजनों ने थाने के बाहर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया। देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और उन्होंने थाने में पथराव करने के साथ ही परिसर में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का भी सहारा लेना पड़ा।
मृतक के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बहू के लापता होने की शिकायत पर थाने बुलाए जाने पर पुलिसकर्मियों ने उनके और उनके बेटे के साथ मारपीट की। शांति मंडल ने मीडिया से बातचीत में अपने चोटों के निशान भी दिखाए और कहा कि पुलिस ने उनके 17 साल के पोते को भी धमकाया। जिसके बाद जिले के पुलिस विभाग में लगातार कार्रवाई हो रही है
यह घटना पुलिस हिरासत में सुरक्षा और मानवाधिकारों पर गंभीर सवाल उठाती है।
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