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मुख्यमंत्री और कैबिनेट का फार्मूला तय सरगुजा की जनता आदिवासी और छेत्र के कद्दावर रामविचार नेताओं को देखना चाहते हैं मुख्यमंत्री के रूप में

छत्तीसगढ़ में जिस तरीके से भाजपा के प्रत्याशियों पर जनता का आशीर्वाद मिला है उस हिसाब से इन 20 नामों में से ही सब कुछ होना तय हे

छत्तीसगढ़ में भाजपा के कुल 54 विधायक जीत कर आए हैं। पार्टी ने इसमें से 20 नाम निकाला शक्ति है। इनमें कुछ पहली बार के भी विधायक शामिल हैं। इनमें 8 एसटी, 2 एससी और बाकी 10 सामान्य वर्ग से हैं। 10 सामान्य में 4 ओबीसी हैं। इन 20 नामों में डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, विष्णुदेव साय, धरमलाल कौशिक, अरुण साव, अजय चंद्राकर, ओपी चौधरी, रेणुका सिंह, राम विचार नेताम, राम कुमार टोप्पो, विजय शर्मा, पुन्नुलाल मोहले, धर्मजीत सिंह, अनुज शर्मा, राजेश मूणत, दयालदास बघेल, विक्रम उसेंडी, नीलकंठ टेकाम, लता उसेंडी और केदार कश्यप का नाम शामिल है।

पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व नजदीकी नेताओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सरकार का जो फार्मूला तय किया गया है वह थोड़ा सा चौंकाने वाला है।

वही चुनाव परिणाम आने के बाद से रेणुका सिंह के समर्थक उनका नाम मुख्यमंत्री के रुप में चला रहे हैं। वही आज दिन में सोशल मीडिया में और न्यूज़ चैनल में यहां तक खबर चल गई कि रेणुका सिंह के घर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पार्टी संगठन के एक वरिष्ठ नेता ने दो टूक कहा कि रेणुका को मुख्यमंत्री बनाए जाने का सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि 2003 में प्रदेश में बनी पहली भाजपा सरकार में रेणुका सिंह को महिला बाल विकास मंत्री बनाया गया था, लेकिन दो-ढाई साल में ही उनकी जगह लता उसेंडी को मंत्री बना दिया गया। ऐसे में उन्हें इस बार सीधे मुख्यमंत्री कैसे बना दिया जाएगा। वो भी तब जब मार्च के फर्स्ट वीक में लोकसभा चुनाव का ऐलान हो जाएगा। जाहिर है, अगले महीने से लोकसभा चुनाव की तैयारी पार्टी शुरू कर देगी। ऐसे में, बीजेपी ऐसे नेता को राज्य की कमान सौंपेंगी, जो लोकसभा चुनाव में दमदारी से पार्टी का नेतृत्व करें। और 11 में से कम-से-कम 9-10 सीटें दिला दे।

रामविचार नेताम सरगुजा क्षेत्र के कद्दावर नेता है वही आदिवासी नेता होने के साथ छत्तीसगढ़ मैं भाजपा शासन के दौरान कई विभागों के मंत्री होने के साथ ही एक लंबा राजनीतिक अनुभव सभी मंत्री एवं विधायकों में समाजस्य बैठ कर चलने वाले व्यक्ति है। रामविचार नेताम गृह मंत्री सहित अनेक मंत्री के पदों पर रह चुके हैं जिस मे उन्होंने प्रदेश का नेतृत्व किया है ।वही सरगुजा की जनता कांग्रेस शासन काल में टी एस सिंह देव को मुख्यमंत्री देखना चाहती थी ।तो पुनः सरगुजा की जनता ने 2018 के परिणाम को दोहराया है और सरगुजा के तेज तर्रार और कद्दावर नेता रामविचार नेताम को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है

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