**बलरामपुर में युवक कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया**
बलरामपुर: जिले में सड़कों की बदहाल स्थिति और प्रशासनिक व्यवस्था की नाकामी को लेकर युवक कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के राजपुर प्रवास के दौरान विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया। छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मुजस्सम नजर और प्रदेश सचिव नीरज तिवारी के नेतृत्व में सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ आईना भेंट कर विरोध जताने की योजना बनाई गई थी।
हालांकि, प्रशासनिक दबाव में पुलिस ने विरोध प्रदर्शन से पहले ही कई कार्यकर्ताओं, जिनमें शाहिद और रूपेश यादव शामिल थे, को घरों से उठा लिया और थानों में हिरासत में रखा। इस घटना को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुनील सिंह ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ प्रशासनिक बर्बरता करार देते हुए कड़ी आलोचना की है।
**जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुनील सिंह** ने इस घटना को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि “यह स्थिति अराजक और भयावह है। प्रशासनिक बर्बरता का यह घृणित नमूना है, जो प्रजातंत्र के मूल्यों का हनन करता है। प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होते हुए भी आदिवासियों और नागरिकों की व्यथा सुनने वाला कोई नहीं है। वर्तमान में पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति व्याप्त हो गई है। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को भी रोकना प्रजातंत्र और नागरिकों के अधिकारों के खिलाफ है।”
प्रवक्ता ने आगे सवाल उठाया कि अगर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी बर्दाश्त नहीं किया जा रहा है, तो प्रजातंत्र और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है?