कोरिया। जिले के मनेन्द्रगढ़ में इन दिनों होली रंग जमने लगा है। रोजाना रात को राजस्थानी लोग चंग की थाप के साथ राजस्थान के पारंपरिक होली गीत गाए जा रहे। आपको बता दें कि समाज के लोग बसंत पंचमी के दिन चंग की पूजा के साथ होली गीतों का गाने का सिलसिला सुरु हो जाता है और होली पर्व तक प्रतिदिन रात में अलग-अलग मुहल्लों में घूम कर गीत गाते हैं।
मंडली के सदस्यों ने बताया कि पूर्वजों से यह परंपरा मिली है। प्रवासियों के बच्चे इस परंपरा से जुड़ होली गीतों का आनंद लेकर अपनी मिट्टी की महक महसूस करते हैं। लोगों ने बताया कि सदियों पूर्व राजस्थान में रोजगार का अभाव था। परिवार का मुखिया कमाने प्रदेश चला जाता था। घर के बाकी लोगों को उनकी कमी महसूस न हो इसलिये एक स्वस्थ्य मनोरंजन के रूप में इस परंपरा की सुरुआत की गई। इस दौरान पनिहारी,घूमर जैसे राजस्थानी लोक गीत गाये जाते हैं।