छत्तीसगढ़मनेन्द्रगढ़

मौत के कुंआ में जितने वाली महिला अब आर्थिक तंगी और बीमारी से हारती नजर आ रही, माँ-बेटे ने अस्पताल के बाहर बिताया रात…

मनेन्द्रगढ़। आर्थिक तंगी क्या होता है उस माँ से पूछिए जो खुद और अपने जिगर के टुकड़े को लेकर रात भर अस्पताल के बाहर रात गुजारी। दरअसल राउरकेला उड़ीसा की रहने वाली बबिता मौत के कुआं में बाइक चलाती थी, उसका पति भी मौत के कुएं में बाइक चलाता था. दोनों खुशी खुशी अपना जीवन यापन करते थे. मगर एक दुर्घटना ने सारी खुशी छीन ली. महिला के पति का एक शो के दौरान दुर्घटना हो गया और मौत हो गयी. पति की यादें संजोए महिला मौत के कुएं में बाइक चलाती रही और बच्चों का लालन पालन करती रही. मगर पति के गुजरने का गम महिला को था. उसी मौत के कुएं में महिला का भी दुर्घटना हुआ और फिर सारा अरमान चूर-चूर हो गया। इलाज से महिला तो बच गयी मगर शरीर मे अंदुरुनी चोट से महिला टूट चुकी थी. महिला के पास जमा पैसा उसका मामा ले लिया और माँ-बेटा दर-दर भटकने को मजबूर हैं. वर्तमान स्थिति में माँ-बेटे दोनों किडनी के पेशेंट हैं। खाने के लाले पड़ने पर जो कुछ मिलता कहा लेती थी. लूज मोशन होने इलाज मनेन्द्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती हुई. लूज मोशन तो ठीक हो गया और डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दिया मगर महिला जाए तो कहां जाए. महिला को और भी बीमारी है जिसका इलाज मनेन्द्रगढ़ में संभव नहीं है, अभाव में भूखे अस्पताल के बाहर रात बिताई, अभी भी महिला अस्पताल के बाहर ही बैठी है, महिला के शरीर मे कैथेटर लगा है. डॉक्टर के मुताबिक पीड़िता को बाथरूम का सेंस नहीं रहता। इस महिला को मदद की आवश्यकता है।

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